– इंडियन सोसायटी ऑफ़ डिजिटल डेंटिस्ट्री द्वारा 22 से 24 नवंबर के बीच आयोजन; 800 से अधिक दंत चिकित्सकों की भागीदारी
– प्रोफेसर डॉ. दीनानाथ खोळकर शुक्रवार (22 तारीख) को करेंगे उद्घाटन; डॉ. रत्नदीप जाधव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जानकारी
पुणे: इंडियन सोसायटी ऑफ़ डिजिटल डेंटिस्ट्री (ISDD) द्वारा 22 से 24 नवंबर 2024 के दौरान प्रगत दंतचिकित्सा और प्रत्यारोपण इस अवधारणा पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इटली स्थित कंप्यूटर एडेड इम्प्लांटोलॉजी अकादमी (CAI, इटली) और ऑस्ट्रिया स्थित इंटरनेशनल अकादमी फॉर अल्ट्रासोनिक सर्जरी एंड इम्प्लांटोलॉजी (IAUSI, ऑस्ट्रिया) ने भारतीय डिजिटल दंत चिकित्सा सोसाइटी को शैक्षिक सहयोग प्रदान किया है। शुक्रवार, 22 नवंबर 2024 को शाम 6 बजे, बालेवाड़ी स्थित होटल ऑर्किड में सीओईपी टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. दीनानाथ खोळकर के हाथों इस सम्मेलन का उद्घाटन होगा। इस अवसर पर जर्मनी के ओरल सर्जन डॉ. फ्रैंक ज़ास्टरो और इजिप्त के इम्प्लांटोलॉजिस्ट डॉ. सैम ओमर विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे, यह जानकारी इंडियन सोसाइटी ऑफ़ डिजिटल डेंटिस्ट्री के अध्यक्ष डॉ. रत्नदीप जाधव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। इस अवसर पर सचिव डॉ. विजय ताम्हाणे, कोषाध्यक्ष डॉ. कौस्तुभ पाटिल, संचालक डॉ. माधवी मापूस्कर व डाॅ. विजय माब्रूकर भी मौजूद थे।
डॉ. रत्नदीप जाधव ने कहा, “यह सम्मेलन दुनिया भर के दंत चिकित्सकों को एक साथ लाने, नए तकनीकी ज्ञान का प्रशिक्षण देने, और नवीनतम डिजिटल दंत चिकित्सा का प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। सम्मेलन में आधुनिक मशीनरी, प्रगत कंप्यूटर प्रणाली, 3डी प्रिंटिंग, स्कैनिंग, और रोबोटिक तकनीक पर आधारित नए दंत उपचारों और प्रत्यारोपण पर चर्चा होगी। देश भर से 800 से अधिक दंत चिकित्सक इसमें भाग लेंगे। अमेरिका, इंग्लैंड, इटली, इजिप्त, ग्रीस, यूरोप, तुर्की, ऑस्ट्रिया और पोलैंड सहित अन्य देशों के दंत चिकित्सक भी इस सम्मेलन में भाग लेंगे। तीनों दिनों में कार्यशालाओं के साथ-साथ चर्चा सत्र होंगे, और अत्याधुनिक उपकरणों की प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी।”
डॉ. विजय ताम्हाणे ने कहा, “सम्मेलन में माइक बारसेव (जर्मनी), डॉ. विपिन माहूरकर (भारत), डॉ. नीरज रोहिडा, डॉ. निखिल देशपांडे, डॉ. नील आशर, डॉ. सतीश पालायन (अमेरिका), डॉ. पंकज चिवटे, डॉ. निखिल जाधव, डॉ. फ्रैंक ज़ास्टरो (जर्मनी), डॉ. रत्नदीप जाधव, डॉ. सैम ओमर (इजिप्त), डॉ. लॉरेंट सेर्स (फ्रांस), डॉ. दाईही ली (न्यूजीलैंड), डॉ. नीरज किनारीवाला, डॉ. लुइगी रूबिनो (यूरोप), आंद्रेई आंद्रेइव (रूस), डॉ. माजिद ओमर ईसा अबु आर्कुब (जॉर्डन), और सुदीप पॉल जैसे विशेषज्ञ विभिन्न विषयों पर मार्गदर्शन सत्र करेंगे। ‘डिजिटल दंत चिकित्सा: क्लिनिकल परिप्रेक्ष्य’ विषय पर भी एक चर्चा सत्र आयोजित किया जाएगा।”
इंडियन सोसाइटी ऑफ़ डिजिटल डेंटिस्ट्री (ISDD):
‘ISDD’ एक ऐसा मंच है जो ज्ञान, प्रशिक्षण, और अनुसंधान के माध्यम से प्रगत दंत चिकित्सा को जनसुलभ बनाता है। इस संस्था की स्थापना फरवरी 2022 में हुई थी। अत्याधुनिक मशीनरी, प्रगत कंप्यूटर प्रणाली, 3डी प्रिंटिंग, स्कैनिंग, और रोबोटिक तकनीक का उपयोग करके उपचार करना अब संभव हो गया है। इस प्रगत दंत चिकित्सा को जनसुलभ बनाना, तकनीकी आधारित उपचार करने वाले विशेषज्ञ दंत चिकित्सकों को एकजुट करना, इस क्षेत्र में चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने वाले डॉक्टरों को नए तकनीकी ज्ञान का प्रशिक्षण देना, और नवाचारों को बढ़ावा देकर डॉक्टरों और अत्याधुनिक उपकरण बनाने वाली कंपनियों को एक साथ लाना, यह संस्था के प्रमुख उद्देश्यों में शामिल हैं। देश भर के दंत चिकित्सक इसके सदस्य बन रहे हैं।