‘देश की तरक़्क़ी में बाधा बनने वाली पनौती यों’ को दूर करने का कष्ट जनता को ही चुनाव में करना चाहिए..! ‘देश की तरक़्क़ी में बाधा बनने वाली पनौतीयों’ को जनता चुनाव में दुर करे..! कांग्रेस राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी


पुणे – बढ़ती महँगाई,भूखमरी, बेरोज़गारी किसान – आत्महत्याएं, बैंकोंका बढ़ता दिवालियापन आदी देश की तरक़्क़ी में बढ़ती बाधाओं को देखते यही स्पष्ट हो रहा है की, मनमानी अहंकारी ग़लत फैसलों का खामयाजा ‘देश की जनता’ को भुगतना पड़ परा है, देश दिन-ब्-दिन पिछड़ रहा है, तथा उसका गहरा असर देश की जनता पर पड रहा है । देश के बढ़ते ‘दुर्भाग्यवश हालात’ बदलने के लिए, आझाद भारत की ‘घटती गती तथा बढ़ती क्षति’। को ध्यान में रखते हुए, देश की तरक़्क़ी में बाधा बननेवाली पनौतीयों को दुर करने का कष्ट जनता ही चुनाव में करेगी तथा २०१४ के दरम्यान ही ‘आर्थिक महासत्ता बननेवाले भारत’ की क्षति को रोकने का काम करेगी, ऐसा प्रतिपादन महाराष्ट्र काँग्रेस के राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने प्रेस विज्ञप्ति द्वारा किया..।
प्रजासत्ताक भारत के ७५ साल पुर्ण होने, स्वतंत्रता अमृत महोत्सव मनाने तक ही जनता जागरुक नहीं है, बल्कि
संविधानिक लोकतंत्र के मुल्यों के प्रती तथा उसके अस्तित्व प्रती भी भारत की जनता होशियारी बरत रही है यह चुनाव में दिखाने का समय आ गया है.. ऐसा आवाहन भी काँग्रेस राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने किया..।
२०१४ तक के ६४ साल में देश का क़र्ज़ा सिर्फ़ ९ साल में ३ गुना बढ़ा, भुक बली दर (Hunger Index) दुगने से ही ज़्यादा बढ़ा, पेट्रोल, डीज़ल तथा घरेलू गैस
की किमते (अंतरराष्ट्रीय दर कम होनेपर भी) २ से २॥ गुना बढी, धटते विकास दर के साथ बढ़ती मेहंगाई से जनता त्रस्त है तथा देश के हालात दिन ब दिन घटिया बनते जा रहे है.. ईसिलिए देश पर मंडरा रहे संकट तथा पनौतीयों को दुर करने का मौक़ा जनता को चुनाव में खोना नहीं चाहीए तथा जनता की सूझबूझ तथा होशियारी ही भारत का भविष्य तय करेगी.. ऐसा भी काँग्रेस प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने कहा..।